मनुष्य गण का अर्थ
[ menusey gan ]
मनुष्य गण उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मनुष्य गण , देवगण व राक्षसगण।
- ज्योतिषशास्त्र कहता है कि जो व्यक्ति मनुष्य गण में जन्म लेता है वह व्यक्ति स्वाभिमानी होता है (
- यदि कन्या का राक्षस गण हो और वर का मनुष्य गण हो तो निःसंदेह वर की मृत्यु हो जाती है।
- इसलिए वे मनुष्य गण जो कि जीवात्मा के आधारभूत लाभ के प्रति सजग होते हैं वे कभी एकादशी के दिन अन्न नहीं ग्रहण करते हैं।
- अर्थ- हे युधिष्ठिर ! मनुष्य गण सदैव बहुत से पाप कर्म कर यज्ञ , तप , दान आदि के द्वारा उन पापों से छुट जाया करते हैं ।
- अर्थ- हे युधिष्ठिर ! मनुष्य गण सदैव बहुत से पाप कर्म कर यज्ञ , तप , दान आदि के द्वारा उन पापों से छुट जाया करते हैं ।
- ज्योतिषशास्त्र कहता है कि जो व्यक्ति मनुष्य गण में जन्म लेता है वह व्यक्ति स्वाभिमानी होता है ( Astrology says , that person who are born in manushya Gana they have self esteem ) ।
- यदि स्त्री-पुरुष का गण एक हो तो परस्पर अत्यंत प्रेम रहेगा , देव और मनुष्य गण में मध्यम प्रेम , मनुष्य और राक्षस गण हो तो मृत्यु , देव और राक्षसगण हो तो परस्पर कलह सदैव बना रहता है।
- दीपक जी साभार ! हम तो अति साधारण मनुष्य गण है आत्म बल के लिए ही सही पुकारना तो उसे ही होगा ! उस विश्व रूप की सहायता कब और कैसे कहाँ मिलेगी ये तो वही बता सकता है !
- स्त्री-पुरुष का एक गण हो तो गुण 6 पुरुष का देवगण और कन्या का मनुष्य गण हो तो 6 , दोनों का मनुष्य राक्षसगण हो तो 0 , दोनों राक्षस गण हों तो 1 , दोनों देव मनुष्य हों तो गुण 6 , इसके विपरीत गण हो तो 1 तथा शत्रुता से 0 समझना।